मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग (MPPSC) परीक्षाओं के उम्मीदवारों के लिए एक महत्वपूर्ण खबर आई है। दो विवादित प्रश्नों को हल कर दिया गया है। ये प्रश्न विलियम बैन्टिक से संबंधित और राष्ट्रीय हॉकी मुख्यालय से जुड़े थे। विशेषज्ञ समिति ने MPPSC द्वारा प्रदान किए गए उत्तरों की समीक्षा की और उन्हें गलत पाया। नतीजतन, यह निर्णय लिया गया है कि सभी उम्मीदवारों को इन प्रश्नों के लिए अंक प्रदान किए जाएंगे।
MPPSC सिविल सेवा और वन सेवा परीक्षाओं पर असर
इस फैसले का सीधा प्रभाव उन सभी उम्मीदवारों पर पड़ेगा जिन्होंने सिविल सेवा मुख्य परीक्षा दी है। हालांकि सिविल सेवा के लिए मुख्य परीक्षा पहले ही आयोजित की जा चुकी है, लेकिन यह निर्णय वन सेवा परीक्षाओं के उम्मीदवारों के लिए भी लाभदायक होगा। अब वन सेवा के उम्मीदवारों का पुनर्मूल्यांकन किया जाएगा और उन्हें मुख्य परीक्षा में बैठने का अवसर मिलेगा।
जो उम्मीदवार कुछ अंकों की कमी के कारण चयन से चूक गए थे, खासकर जो चार अंकों से चूक गए थे, अब वे इस निर्णय को चुनौती दे सकते हैं। वे अदालत का दरवाजा खटखटा सकते हैं ताकि उन्हें 2023 प्रीलिम्स की मुख्य परीक्षा में शामिल किया जा सके। अगर वे सफल होते हैं, तो ये उम्मीदवार भी अतिरिक्त मुख्य परीक्षा में बैठ सकेंगे।
उम्मीदवारों को उठाने होंगे ये कदम
जो उम्मीदवार गलत उत्तरों के कारण चयन से वंचित रह गए थे, उन्हें अदालत का सहारा लेना चाहिए। यह अदालती कार्रवाई सुनिश्चित करेगी कि वे अतिरिक्त मुख्य परीक्षा में शामिल हो सकें। हालांकि यह जानकारी थोड़ी देर से सामने आई है, लेकिन सभी प्रभावित उम्मीदवारों के लिए समय पर कार्रवाई करना जरूरी है।
अदालत का हस्तक्षेप महत्वपूर्ण हो गया है क्योंकि यह सुनिश्चित करता है कि अन्यायपूर्ण रूप से वंचित उम्मीदवारों को उनका सही अवसर मिले। MPPSC कभी-कभी प्रश्नों के साथ गलतियां करता है, लेकिन अदालतें इन त्रुटियों को सुधारने के लिए हैं। अदालतों ने इस मुद्दे को संज्ञान में लिया है और निर्णय लिया है कि सभी प्रभावित उम्मीदवारों को वन सेवा मुख्य परीक्षा में शामिल किया जाए।